अर्जुन ने घर के हर कोने में अपनी बेटी की तलाश शुरू की। कमरे-कमरे, गलियाँ, पिछवाड़ा—सब जगह उसने अनाया ...
…साँसें थम-सी गईं।उसकी उँगलियाँ कबीर की हथेलियों में और कस गईं।“जीवन और मौत?” नैना की आवाज़ काँप रही थी।कबीर ...
कमरे में सन्नाटा था. नकाबपोश का चेहरा अंधेरे में छिपा हुआ था, लेकिन उसकी मौजूदगी हवा में एक अजीब- ...
शहर की रौशनी से भरी शाम थी। हर तरफ सजावट, घर के बाहर झालरें, ढोल की थाप और रिश्तेदारों ...
कबीर की योजना स्पष्ट थी — दोनों परिवारों को एक जगह इकट्ठा करना, दिलों को जीतना, और नैना की ...
रात गहरी हो चुकी थी. बंगले के तहखाने में जल रही मद्धम पीली रोशनी रहस्यमयी माहौल बना रही थी. ...
सीमा ने अपने हाथ में ग्लव्स पहनते हुए धीरे-धीरे हथियार उठाया। उसकी आँखों में ठंडी ठंडी नज़र थी, लेकिन ...
कबीर उठा और बाहर गया।बरामदे में खून की एक बूंद टपकी हुई थी…और वहाँ पड़ा था — वही लिफ़ाफ़ा।उसने ...
सुनहरी रोशनी पिंजरे में हल्की- हल्की हिल रही थी. चारों खडे थे, पर हर किसी की साँसें भारी हो ...
अंधेरे की चुनौतीआसमान में गरजती बिजली और धरती का काँपना, दोनों मिलकर जैसे पूरे गाँव को दहला रहे थे.कबीर ...