Ashish Dalal लिखित कथा

कोई अपना सा अपने जैसा - 4

by Ashish Dalal
  • 2.4k

अचानक से अपने सामने अंश और मनन को खड़ा पाकर मिस शर्मा ने अपने हाथ में पकड़ रखी किताब ...

कोई अपना सा अपने जैसा - 3

by Ashish Dalal
  • 2.1k

अंश के आगे पूछने पर शुचि ने उसे कहा, “देअर इज वन नताशा शर्मा – अवर लाइब्रेरियन । गो ...

कोई अपना सा अपने जैसा - 2

by Ashish Dalal
  • 2k

कॉलेज कैम्पस में गॉगल्स को हीरो की अदा से सिर पर चढ़ाते हुए सीनियर्स के पाँच लड़को के समूह ...

कोई अपना सा अपने जैसा - 1

by Ashish Dalal
  • 4.7k

उम्र चाहे कोई भी हो, हर किसी के अपने सपने होते है । उम्र कॉलेज जाने वाली हो या ...

दर्द का रिश्ता

by Ashish Dalal
  • 4.6k

“तो ये तुम्हारा आखरी फैसला है? एक बार ठंडे दिमाग से फिर से सोचो अन्वेषा ।” अनिकेत ने ऑफिस ...

अभावों के बीच पनपती खुशियाँ

by Ashish Dalal
  • 3.2k

शिवानी अब भी खुद पर यकीन नहीं कर पा रही थी कि आकाश उसके साथ नहीं है । आकाश ...

एक रिश्ता ऐसा भी - (अंतिम भाग)

by Ashish Dalal
  • 8.3k

एक रिश्ता ऐसा भी (अंतिम भाग) उत्तरा के बारें में जानकर मयंक और भी व्यथित हो गया । ...

एक रिश्ता ऐसा भी - (भाग ४)

by Ashish Dalal
  • 7.3k

एक रिश्ता ऐसा भी (भाग ४) अगले दिन नलिनी की तबियत ज्यादा खराब होने से अपने बेटे को स्कूल ...

एक रिश्ता ऐसा भी - (भाग ३)

by Ashish Dalal
  • 7.6k

एक रिश्ता ऐसा भी (भाग ३) ऑफिस के अलावा दोनों का बाहर मिलना कम ही हो पाता था । ...

एक रिश्ता ऐसा भी (भाग २)

by Ashish Dalal
  • 7.9k

एक रिश्ता ऐसा भी (भाग २) मयंक, जानती हूं पत्र पढ़कर तुम्हें बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगेगा । वैसे ...