Astha S D लिखित कथा

Tea and Coffee

by Astha
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After few days, today was a holiday for me. Holiday means getting up a little late, reading a favourite ...

आईना

by Astha
  • 5.3k

आज घंटों आईने के सामने खड़े होकर खुद को निहारती रही । थोड़ी देर बाद सुनी आंखों में ...

राधा सी सती

by Astha
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शाम को छत पर टहलना बेहद पसंद था मुझे । रोज सुबह एवं शाम को हाज़िरी लगाने मैं ...

The Road Cafe

by Astha
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अपनी एक मीटिंग खत्म करने के बाद मैं होटल वापस जाने से अच्छा एक रेस्टोरेंट मे जाना चाहती थी ...

हरिद्वार से ऋषिकेश

by Astha
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लगभग 3 से 4 महीने पहले ही मेरे मन में इस वर्ष उत्तराखंड जाने का विचार आया था वैसे ...

तुम..

by Astha
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March 2018 ...

प्यार की दौड़

by Astha
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हरिवंश राय बच्चन की कविता पढ़ते-पढ़ते एक कहानी याद आई ; वही बचपन वाली "खरगोश और कछुआ" की ...

आईना

by Astha
  • 6.2k

बचपन की एक धुंधली सी तस्वीर नजर आयी और इस तस्वीर के साथ कुछ गमगीन करने वाली यादें भी ...