Dr pradeep Upadhyay लिखित कथा

बंद हो चुकी खिड़की

by Dr pradeep Upadhyay
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बंद हो चुकी खिड़कीआज बत्तीस साल के बाद उससे सामना हुआ था।पहले तो सोचा भी कि उसके सामने नहीं ...

सवाल

by Dr pradeep Upadhyay
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सवाल उसे अपना बीता कल याद आ रहा था जब लोग उसके भाग्य से ईर्ष्या करते थे। शादी के ...

वह लड़का

by Dr pradeep Upadhyay
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आज वह पन्द्रह वर्ष के बाद मुझसे मिलने आया था---हाथों में मिठाई का डिब्बा था।जैसे ही मैंने ड्राईंग रूम ...

अकेलापन

by Dr pradeep Upadhyay
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आज मैं सोचती रही कि नींद की सारी गोलियां एकसाथ खाकर अपनी इहलीला समाप्त कर लूं।इतनी बेबसी,इतनी लाचारी तो ...

वापसी की प्रतीक्षा

by Dr pradeep Upadhyay
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आज उसे अपने जिला प्रमुख होने पर भी किसी तरह के गौरव का अनुभव नहीं हो रहा था बल्कि ...

गाँव वापसी

by Dr pradeep Upadhyay
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परसाई महाराज ने अभी कुछ समय पहले ही तो गांव छोड़ा था।मैंने स्वयं उन्हें बहुत समझाया था कि - ...

रिश्तों की कड़वाहट

by Dr pradeep Upadhyay
  • (4.2/5)
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यह पहली बार हुआ था कि किसी के बिछोह ने मुझे पूरी तरह से झकझोर दिया ।आज उनकी चिठ्ठी ...

सामाजिक कहानियां - क्या खोया क्या पाया

by Dr pradeep Upadhyay
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आज वे तीस साल के बाद मिले थे ।रोहित हाल ही में अमेरिका से अपने बेटे,पुत्रवधु,पोते और माता-पिता की ...