और वो लौट ही आया हवा की गति से भी तेज दौड़ती मोटर साइकिल पर पीछे बैठी आस्था ...
पुनर्जन्म गुरुद्वारे की ठंडी ठंडी सीढ़ियों पर कदम रखती हरदीप आँखो ...
लाकेट सामने पड़ी किताबों के ढेर में आँखे गड़ाए ,अपने गले ...