मुक्ति-धाम कहते हैं, एक बार मुक्ति ने भगवान से प्रार्थना करते हुए प्रश्न किया कि ‘ हे गोपाल! हे ...
पग घुँघरू बाँध नथनियाने हाय राम बड़ा दुख दीन्हा दूर से आती हुई ठुमरी की आवाज, ढ़ोलक की थाप ...
क्या करे अनी, समझ नहीं पा रही है ।क्या पापा से मर्सिडिज के लिए बोल दे या हमेशा के ...