pradeep Kumar Tripathi लिखित कथा

शायरी - 17

by pradeep Tripathi
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हर कसमें, हर वादे, हर वफा, की हमें कीमत मिली।मौत भी मुझे आई तो कमजर्फ के गलियों में।।अप तो ...

शायरी - 16

by pradeep Tripathi
  • 3.5k

अब लगता है कि मेरे दिन भी भर गए।महफील सूनी और बंद कमरे भर गए।।आप मिले थे हमको वो ...

शायरी - 15

by pradeep Tripathi
  • 2.9k

हमारी जिंदगी में आना भी, और आकर रहना भी।बड़ा मुस्किल है मरना भी, और मर कर जिंदा रहना भी।।हम ...

शायरी - 14

by pradeep Tripathi
  • 2.9k

मन मैला तन मैला और काया कोढ़ी होयजिह्वा है एक डाकिनी तो भजन कहा से होयचलते चलते दिन मरा, ...

गज़ल

by pradeep Tripathi
  • 4.9k

हमारी ग़जल है हमारी ग़जल है तो हमें सुनाईएगाउनसे तो कह दो की बस आईएगा हमारा है जिक्र और ...

शायरी - 13

by pradeep Tripathi
  • 4.4k

ककौन ढूंढे गा हमे इस भीड़ भाड़ भरे वीराने में,ऐ मौत बस तू मेरा साथ मत छोड़ना।। महगे के ...

शायरी - 12

by pradeep Tripathi
  • 14.5k

आप तो फरिस्तों को भी जानते हो उनसे कहो मुझे मौत दे दें,अब तुम्हारे बाद जिंदगी मेरी वफादार नहीं ...

शायरी - 11

by pradeep Tripathi
  • 5.7k

ऐ दिल तु मुझे प्रेम के बंधनों में मत उल्हजा, ये जिससे हो जाता है वही छोड़ जाता है।।अजीब ...

मेरा प्यार - 3

by pradeep Tripathi
  • 5.4k

नमस्कार दोस्तों, अब तक आपने मेरी पिछली कहानी के बारे में जो भी पढ़ा वो सत्य घटना है। अब ...

शायरी - 10

by pradeep Tripathi
  • 6.2k

ये चाय भी बिल्कुल तुम्हारे जैसी हो गई है,जब तक लबों को ना छू ले ज़िन्दगी बिस्तर पर ही ...