Prafulla Kumar Tripathi लिखित कथा

गोमती, तुम बहती रहना - 1

by Prafulla Kumar Tripathi
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अपने जन्म वर्ष 1953 से अपने जीवन की युवावस्था और दाम्पत्य तथा नौकरी शुरुआत तक की अवधि का आत्मगंधी ...

प्रफुल्ल कथा - 23

by Prafulla Kumar Tripathi
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आकाशवाणी इलाहाबाद केंद्र पर जबरन दूसरी बार भेज दिए जाने और उस अवधि में वहाँ बेमन से काम करने ...

सैर धरती के जन्नत कश्मीर की

by Prafulla Kumar Tripathi
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मित्रों, नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़कर हम सभी इससमय पहुँच गये हैं कश्मीर की राजधानी ...

प्रफुल्ल कथा - 22

by Prafulla Kumar Tripathi
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पाठकों ,आत्मकथा अधूरी रहेगी अगर मैं उस घटना का जिक्र नहीँ करूंगा जिसमें मुझे देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक घराने ...

प्रफुल्ल कथा - 21

by Prafulla Kumar Tripathi
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अपनी इस आत्मकथा में ढेर सारे नायक- नायिकाएं और खलनायक -खल नायिकाएं भी हैँ, विदूषक भी। उनका अगर उल्लेख ...

प्रफुल्ल कथा - 20

by Prafulla Kumar Tripathi
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आकाशवाणी की सेवा में अनेक निदेशकों और सहायक निदेशकों का साह चर्य मिला। उनसे सुख भी मिला और दुःख ...

चित्तोड़ गढ़ का किला

by Prafulla Kumar Tripathi
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इसमें कोई दो राय नहीं कि भारत में राजपूतों की शान का प्रतीक है चित्तौड़गढ़ का किला ।यह एक ...

प्रफुल्ल कथा - 19

by Prafulla Kumar Tripathi
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मेरे जीवन में बाल्य काल से अभी तक साहित्य मेरे माथे का चन्दन बना रहा है। शायद यदि शरीर ...

प्रफुल्ल कथा - 18

by Prafulla Kumar Tripathi
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आकाशवाणी की अपनी सेवा में दो बार कार्यक्रम अधिकारी के रुप में मैं आकाशवाणी लखनऊ में नियुक्त था। एक ...

प्रफुल्ल कथा - 17

by Prafulla Kumar Tripathi
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मुझे अपने पितामह पंडित भानुप्रताप राम त्रिपाठी और पिताजी आचार्य प्रतापादित्य की तरह डायरी लिखने का शौक था |वे ...