Renu लिखित कथा

भगवान्‌ के चौबीस अवतारों की कथा - 10

by Renuka Dubey
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श्रीपृथुजीके अवतारकी कथा—महाराज ‘अङ्ग’ की पत्नी सुनीथा, जो साक्षात् मृत्युकी कन्या थीं, उससे ‘वेन’ नामक पुत्र हुआ, जो अपने ...

भगवान्‌ के चौबीस अवतारों की कथा - 9

by Renuka Dubey
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कल्कि-अवतारकी कथा—कलियुग के अन्तमें जब सत्पुरुषोंके घर भी भगवान्‌ की कथामें बाधा होगी, ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य पाखण्डी हो ...

भगवान्‌ के चौबीस अवतारों की कथा -8

by Renuka Dubey
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श्रीकृष्णावतार की कथा—‘परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे॥’ ‘साधु-पुरुषोंके परित्राण, दुष्टोंके विनाश और धर्मसंस्थापनके लिये मैं ...

बूंदी बनिया

by Renuka Dubey
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श्रीरामदासजी बूंदी नगर के निवासी थे। जाति के बनिया थे। अतः वर्ण-धर्मानुसार व्यापार करते हुए भगवद्भक्ति की साधना करते ...

श्री हरीदास

by Renuka Dubey
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श्रीखेमालरत्न राठौर जी के वंश में वैष्णव सुपुत्र उत्पन्न हुए। श्रीहरीदास भगवान् के एवं भगवद्भक्तों के भक्त थे। भक्ति ...

श्री कीताजी

by Renuka Dubey
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श्रीकीताजी महाराज का जन्म जंगल में आखेट करने वाली जाति में हुआ था, परंतु पूर्वजन्म के संस्कार वश आपकी ...

श्री स्वभूरामदेवाचार्य

by Renuka Dubey
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श्रीस्वभूरामदेवाचार्य जी महाराज का जन्म ब्राह्मण-कुल में हुआ था। आपके पिता का नाम श्रीकृष्णदत्त और माता का नाम श्रीराधादेवी ...

श्री सींवाजी

by Renuka Dubey
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श्री सींवाजी भगवद्भक्त सद्गृहस्थ थे। आपकी सन्त सेवा में बड़ी निष्ठा थी। आपके दरवाजे पर सन्त मण्डली प्रायः आती ...

स्वामी श्रीकृष्णदासजी पयहारी

by Renuka Dubey
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कृष्नदास कलि जीति न्यौति नाहर पल दीयो। अतिथि धर्म प्रतिपाल प्रगट जस जग में लीयो॥ उदासीनता अवधि कनक कामिनि ...

भक्त श्री शोभा

by Renuka Dubey
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सन्त-सेवा परायणा श्रीशोभा जी अपने देवर-देवरानी के साथ रहती हुई निरन्तर भजन-साधना में लगी रहती थीं। इनका देवर तो ...