Rohan Beniwal लिखित कथा

तुम्हारा साथ

by Rohan Beniwal
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बरसात की बूँदें टीन की छत पर एक लयबद्ध संगीत पैदा कर रही थीं। बाहर अँधेरा घिर चुका था, ...

नकाब

by Rohan Beniwal
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भारत—एक ऐसा विरोधाभासी भूगोल, जहाँ ज्ञान की गंगा भी बहती है और संकीर्णता का दलदल भी पसरा है। यह ...

One-Week Series: Aditya's Odyssey

by Rohan Beniwal
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This is the story of Aditya, a student who embarked on the journey to earn an M.A. in English, ...

कॉलेज की दीवारों के भीतर छिपा अँधेरा

by Rohan Beniwal
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राजीव एक बेहद होशियार और मेधावी छात्र था। उसका सपना था कि वह एक दिन देश का सबसे बड़ा ...

ब्रह्मांड री चाल चम्पा अणे भीम

by Rohan Beniwal
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ब्रह्मांड री चालमैं ब्रह्मांड हूं, अनंता और अथाहा। पण आज म्हारी नजर एक छोट्या सा गांव, तारागढ़ पर टिकी ...

मैं सिर्फ आरव था

by Rohan Beniwal
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जब आरव पाँच साल का था, तब उसकी माँ ने पहली बार उससे कहा, "बेटा, ज़रा ऐसे बैठो, आँखें ...

उन दोस्तों के लिए जिन्होंने लिखना छोड़ दिया

by Rohan Beniwal
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जब मैंने लिखना शुरू किया, तब मुझे लगता था कि लोग मेरे शब्दों को पढ़ेंगे और तारीफ करेंगे। मैं ...

Pages of Memories

by Rohan Beniwal
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Something felt different that morning. Riya woke up earlier than usual. Gentle sunlight was slipping through the curtains into ...

Kali Chhaya

by Rohan Beniwal
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Warning:This story depicts the terrifying and dark forms of superstition, which may be mentally disturbing for some readers. If ...

काली छाया

by Rohan Beniwal
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चेतावनी:इस कहानी में अंधविश्वास के भयावह और अंधेरे रूपों को दर्शाया गया है, जो कुछ पाठकों के लिए मानसिक ...