Saroj Prajapati लिखित कथा

पिछले जन्मों का....

by Saroj
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संडे की दोपहर । प्रमोद जी एक रिश्तेदार आपके यहां जाने के लिए मेट्रो में चढ़े।अमूमन हर समय खचाखच ...

घुटन

by Saroj
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"मम्मी, 4:00 बज गए । आपको कीर्तन में नहीं जाना।""जाना तो है बहू लेकिन 5:00 बजे तेरे पापा जी ...

बहू मैं चटोरापन करती तो आज तुम्हारी ये हैसियत ना होती

by Saroj
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सरला तू तो बड़ी बातों को मन में रखती है। बता रोज हमारे पास बैठती है लेकिन एक बार ...

बड़ी बिंदी

by Saroj
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"ओहो देख तो नीतू मेरा आई लाइनर फैल गया जरा तू लगा देना।।""तेरी बस जुबान चलती है एक काम ...

फुल टाइम मेड

by Saroj
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दोपहर को जैसे ही रुचि घर में घुसी घर का नजारा देख उसका खून खौल गया।सिंक बर्तनों से भरी ...

स्वाद वो भी आपकी मां के हाथों के बनाए खाने में

by Saroj
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आज क्या बनाऊं समझ नहीं आ रहा, रागिनी ने अपने पति से कहा।सुनो!! आज जैसे मेरी मां दाल बनाती ...

शादी के साइड इफेक्ट्स

by Saroj
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"और सुना मीनल क्या हाल-चाल है!! बच्चे कैसे हैं !!"" सब ठीक-ठाक है मम्मी और बच्चे भी बढ़िया हैं ...

दूसरी सास

by Saroj
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किरण अपने बेटे को नहला रही थी कि तभी उसके फोन की घंटी बज उठी।बेटे को बाथरूम में अकेला ...

घर की मुर्गी दाल बराबर

by Saroj
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बादल घिर आए थे और किसी भी समय तेज बारिश हो सकती थी।।आस्था ने जल्दी से अपना पर्स उठाया ...

बस अब और नहीं! - 4 - अंतिम भाग

by Saroj
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भाग -4 बच्चों को खाना खिला कर वह लेट गई लेकिन नींद उसकी आंखों से कोसों दूर थी। नींद ...