Shikha Kaushik लिखित कथा

बेटी का हक

by Shikha Kaushik
  • 5.5k

सेवानिवृत बैंक-अधिकारी आस्तिक ने तौलिये से गीला चेहरा पोंछते हुए अपनी धर्मपत्नी मंजू से कहा - 'हर दहेज़ -हत्या ...

तो नैना हमारे बीच होती...

by Shikha Kaushik
  • 6.4k

शानदार कोठी के लॉन में कुर्सियों पर आमने-सामने बैठी हुई नैना और पुनीता की जैसे ही आँखें मिली पुनीता ...

राजनीति

by Shikha Kaushik
  • 4.3k

शाम ढलने लगी थी .आधा नवम्बर बीत चुका था .सुहानी हवाओं में बर्फ की ठंडक घुलने लगी थी .शॉल ...

ऑनर किलिंग रूके कैसे ?

by Shikha Kaushik
  • 8k

रणवीर का गुस्सा सांतवे आसमान पर पहुँच गया और कॉलेज की कैंटीन में उसने अपनी कुर्सी से ...

सरनेम गांधी

by Shikha Kaushik
  • 8.6k

''पिया गांधी ...'' उपस्थिति दर्ज़ करती मैडम ने कक्षा में ज्यों ही पिया का नाम पुकारा ग्यारहवी की छात्रा ...

विधायक की पत्नी

by Shikha Kaushik
  • (4.5/5)
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नौ साल बाद नौकरानी की हत्या के आरोप से सुप्रीम कोर्ट द्वारा बरी किये जाने पर गरिमा सिंह ने ...

सीता

by Shikha Kaushik
  • 5.7k

''आपने सीता के विवाह हेतु स्वयंवर का मार्ग क्यूँ चुना ? क्या यह उचित न होता कि आप स्वयं ...

कन्यादान

by Shikha Kaushik
  • 6.4k

'नीहारिका का कन्यादान मैं और सीमा नहीं बल्कि तुम और सविता करोगे क्योंकि तुम दोनों को ही नैतिक ...

उचित निर्णय -कहानी 

by Shikha Kaushik
  • (3.8/5)
  • 11.9k

आज पांच वर्ष बाद व्याकुल होने का कारण एक तो यही था कि अब अन्नू से ...