मेहक जाती हु मै तेरी खुशबुसे नही कोई यहा ऐसा परफ्युम जो मुझे दिवाना बनाये... सकाळची वेळ होती. स्वराचे ...
मायने बदल गये खूबसुरती के इस्तेमाल जब आयने का हुआ गोरी चमडी के दिवाने हुये सभी काले रंगने मेरा ...
तेरी बाहोमेही खुदको मेहफुज समझती हु लाख बलाये दे मुझे जमाना मै फिरभी तुझीपे मरती हु.... आयुष्यात एखाद्या विवाहित ...
हर एक सुबहँ मेरी जिंदगी की तेरी हसी मे गुम हो जाये कुछ ना बचे मेरा मुझमे तुझसेही मेरी ...
एक उमर गुजारी है खुद का वजुद धुंडने के वासते फिर एक दिन युही तेरी आंखो मे हमने देखा ...
सहवासात तुझ्या आयुष्य म्हणजे नभात फुललेली चांदरात असेल साथ तुझी असताना सुखांची अविरत बरसात असेल... " स्वरांवय- पर्व नव्या ...
कुछ बिखर जाते है तो कुछ निखर जाते है ये कहाणी है किसीं के संघर्ष की कुछ लढ जाते ...
इजहार-ए-ईश्क का दस्तुर कुछ ऐसा था मिले वो हमे तो जमाने ने ठुकरा दिया... स्वराने गेले ८ वर्ष संघर्ष ...
खो जाऊ तेरे प्यार मे बेशुमार मै प्यार करू आझाद हो जाऊ तकलिफोसे सजदे तेरे मै सर झुकाऊ.. अन्वयने ...
लोगो की सोच से परे है शहर की अपनी दुनिया इंसान बदलते है अपना फायदा देखके एक शहर ही ...