Surjeet Singh लिखित कथा

चुनने का अपराधबोध

by Surjeet Singh
  • 4.1k

बोलने को उद्दत होकर चुप रहने का उसका लंबा इतिहास रहा है। जब प्याज-टमाटर के दाम बढ़े, तब भी ...

दांतों को किसी की नजर न लगे!

by Surjeet Singh
  • 10.4k

हालात ऐसे हैं कि अब दांत और टूथपेस्ट को लेकर टेरर सा मच रहा है। कोई कहीं भी आपसे ...

दाल-बाटी-चूरमा, रजाई वाला सूरमा

by Surjeet Singh
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लोगों को इस समय सब कुछ मुल्तवी कर रजाई पर फोकस करना चाहिए। सस्ताई का ध्यान छोड़ पुरजोर तरीके ...

Lota Bhar Pani Balti Bhar Chintan

by Surjeet Singh
  • 14.1k

कायदे से तो ऐसे मौसम में नहाने के लिए मजबूर करने वालों पर गैरइरादतन हत्या का केस चलना चाहिए। ...

दूल्हे बने, घोड़ी चढ़े

by Surjeet Singh
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उसके बाद तो तुम किसी अदालत में फरियाद लगाने लायक भी नहीं बचे कि मी लॉर्ड, इन नाचने वालों ...

अखबार

by Surjeet Singh
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स्वार्थ की दुनिया में दरकते रिश्तों की कहानी, जिसमें एक बाप कैसे अपने पुत्रों के बीच बांट लिया जाता ...

पुरस्कार लौटाने की कला

by Surjeet Singh
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Puraskara Lautaane ki kala

दाल, रोटी और प्रभु

by Surjeet Singh
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Daal Roti Aura Prabhu

पाकिस्तान की पनडुब्बियां

by Surjeet Singh
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pakistan ki pandubbiyan