सीढ़ियों के नीचे पड़े लाल कपड़े में लिपटे शव को देखते ही नंदिनी के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। ...
रात का सन्नाटा अब और भी गहरा हो चुका था। हवाएँ तेज़ चल रही थीं, खिड़कियों से टकराकर अजीब ...
हवेली के बाहर तूफ़ान ज़ोरों पर था। बिजली की गड़गड़ाहट से खिड़कियाँ हिल रही थीं और भीतर का माहौल ...
तहखाने का भारी दरवाज़ा चरमराहट के साथ खुला। जैसे ही चिराग और राधिका अंदर कदम रखते हैं, घुप्प अंधेरा ...
पार्ट 10रात गहरी हो चुकी थी। हवाओं में अजीब सी सर्दी थी, जबकि मौसम में ठंड का नाम तक ...
पार्ट 9रात के सन्नाटे में हवेली के पुराने हिस्से से फिर वही अजीब सी खटखटाहट आने लगी। बारिश रुक ...
समय: सन 2050स्थान: भारत का एक आधुनिक लेकिन भीड़-भाड़ से भरा शहर---भाग 1 – एक नई सुबहसुबह 7:00 बजे, ...
पार्ट 8पिछले भाग में आपने पढ़ा:> अवनि ने माँ से सवाल किया — "क्या मेरा कोई और भाई भी ...
पार्ट 7 – चौथा साया(“तुम… तुम तो पापा के…!”)अवनि की चीख पूरे कमरे में गूंज गई। सामने खड़ा आदमी ...
पार्ट 6पिछले भाग में:आरव की रहस्यमयी मौत के बाद अवनि को उसके कमरे में कुछ अजीब घटनाएँ महसूस होने ...