जगह: कस्तूरबा आश्रम वक्त: सुबह की आरती। आरती खत्म होते ही। बा- બધી છોકરીઓ ધ્યાનથી સાંભળો (फिर एक लड़के ...
बस में बैठा एक व्यक्ति अपनी कापी में कुछ शहर के नाम टीक कर रहा था। अजमेर, भोपाल, रायपुर, ...
आज वृंदा की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। वह उछलती कूदती हुई, आश्रम से बहार निकल के सीधा ...
वृंदा बोली- देखो देखो ए जहां वालों, 'कलका भगवान मैं, आज रावण हो गया हु।
समय लगभग ६:३० शामके, हो रहा है।इसलिए सुरज की रोशनी हल्की लग रही है। और बदन को चुभ नहीं ...
यह फरेब का ६ भाग है, मुझे आशा है आपको अच्छा लगेगा, कृपया अपने महत्वपुर्ण रैटींग दे की आपको ...
मैने-जमाने ने भी देखा था। सुर्खलाल रंग, तेरी आँखों का, आसु अपनो से बीछडने के थे, या फिर ....... पता नही ...
फरेब-५, इससे आगे के भाग आपको अच्छे लगे इस बातकी मुझे बेहद खुशी और आशा करता हु की, यह ...
गंगा। जब कभी यह शब्द, हमारी या किसी की भी जुबान पर आता है। हमारे मनोमस्तिस्क मे एक ही ...
वृदा अपने कमरे मे बिस्तर पर लेट कुछ खयालो मे खोई हुई थी की तभी, अचानक उसके कानो मे ...