ती__आणि__तो... - 24

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भाग__२४ नेहमी प्रमाणे साखरपेकरांच्या घरी आवरा आवर चालू होती...राधा पन तीच आवरत होती...रणजीत आत फ्रेश होत होता...दोघेही बोलात नव्हते रूममध्ये शांतता होती...म्हणून राधाने रेडिओवर गाणी लावली...ते ऐकत ती तीच आवरत होती... शरमा गई में हाय हाय,घबरा गयीं में हाय हाय.. शरमा गई में हाय हाय,घबरा गयीं में हाय हाय.. मेरे नसीब में तू है के नही,तेरे नसीब में मै हु के नही.. मेरे नसीब में तू है के नही,तेरे नसीब में मै हु के नही.. ये हम क्या जाने,ये वोही जाने जिसने लिखा सबका नसीब.. मेरे नसीब में तू है के नही,तेरे नसीब में मै हु के