ए- सुंदर अस्मानी परी ...(प्रेम-कविता संग्रह )

  • 9.1k
  • 1.4k

ए –सुंदर अस्मानी परी (प्रेम-कविता –संग्रह ) कवी-अरुण वि.देशपांडे –पुणे. ------------------------------------------------------------- १. ए सुंदर अस्मानी परी ---------------------------------------------- दिसतेस गोड तू कितीए सुंदर अस्मानी परी ।। भेटला जो एकदा तुलातो त्याचाच ना राहिलाखोल डोहात डोळ्यांच्याआकंठ तो सहज बुडालाही गोष्ट तू मान ग खरीए सुंदर अस्मानी परी ।। किती छान योग आहे हादे जागा मज मनात तुझ्यानाही फार मोठी ही गोष्ट जरीमज वाटेल ती अप्रूप भेट खरीए सुंदर अस्मानी परी ।। दिसतेस गोड किती तूए सुंदर अस्मानी परी ।।------------------------ ----------------------- २. श्रावण सुख हे ... ----------------------------------- हिरवाई सारी धरती सजली नयनरम्य सारे श्रावण सुख हे .. सखी यावीस