नैना को अपने पिता के गाँव में नए परिवेश से बिल्कुल भी खुशी नहीं थी। गर्मी और गाँव की स्थिति ने उसे निराश कर दिया। उसके पिता, जो एक शिक्षा अधिकारी थे, का हाल ही में गाँव में तबादला हुआ था, और उसकी माँ भी पिता के साथ रहने का निर्णय ले चुकी थीं। गाँव में सुविधाएँ मौजूद थीं, लेकिन नैना को गाँव वाले और उनका जीवन बहुत गंदा और गरीब नजर आया। उसने अपने माता-पिता से गाँव के स्कूल और गंदगी के बारे में कई तर्क दिए, लेकिन वे उसकी बातों को नजरअंदाज कर देते थे। उसके पड़ोसी धन्नो, जो एक गरीब लड़की थी, ने उसे 'दीदी जी' कहकर सम्मानित किया, लेकिन नैना उसे पसंद नहीं करती थी और उसे घसियारिन कहकर तिरस्कार करती थी। गर्मी में नैना अपने घर में बैठी थी, जबकि धन्नो की माँ उसके बगीचे से घास काटने के लिए आई थी। नैना ने धन्नो और उसकी माँ को देखकर उन्हें अनदेखा करने की कोशिश की, लेकिन अंततः उसे बाहर जाना पड़ा। उसकी यह आंतरिक संघर्ष और गाँव के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण कहानी की मुख्य धारा है। घासियारिन Dr. sadhana Srivastava द्वारा मराठी कथा 13 4.6k Downloads 17.6k Views Writen by Dr. sadhana Srivastava Category कथा पूर्ण कथा वाचा मोबाईल वर डाऊनलोड करा वर्णन Ghasiyarin More Likes This छोटे देवदूत द्वारा Vrishali Gotkhindikar चुकीची शिक्षा.. (1) द्वारा Vrushali Gaikwad माझ्या गोष्टी - भाग 2 द्वारा Xiaoba sagar तीची ओळखं द्वारा LOTUS पेहेली तारीख द्वारा Vrishali Gotkhindikar कथानक्षत्रपेटी - 2 द्वारा Vaishali S Kamble अजून ही बरसात आहे ..... - भाग 2 द्वारा Dhanashree Pisal इतर रसदार पर्याय मराठी कथा मराठी आध्यात्मिक कथा मराठी फिक्शन कथा मराठी प्रेरणादायी कथा मराठी क्लासिक कथा मराठी बाल कथा मराठी हास्य कथा मराठी नियतकालिक मराठी कविता मराठी प्रवास विशेष मराठी महिला विशेष मराठी नाटक मराठी प्रेम कथा मराठी गुप्तचर कथा मराठी सामाजिक कथा मराठी साहसी कथा मराठी मानवी विज्ञान मराठी तत्त्वज्ञान मराठी आरोग्य मराठी जीवनी मराठी अन्न आणि कृती मराठी पत्र मराठी भय कथा मराठी मूव्ही पुनरावलोकने मराठी पौराणिक कथा मराठी पुस्तक पुनरावलोकने मराठी थरारक मराठी विज्ञान-कल्पनारम्य मराठी व्यवसाय मराठी खेळ मराठी प्राणी मराठी ज्योतिषशास्त्र मराठी विज्ञान मराठी काहीही मराठी क्राइम कथा